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Are you loosing your hope?

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Are you losing Your hope ? BYMclassroom   क्या आप निराशा में   हैं ,चिंतित हैं ;व्याकुल हैं , आईये जानते हैं परमेश्वर का वचन हम से क्या कहता है| Romans 15: 4 says,’’ For everything that was written in the past was written to teach us, so that through the endurance taught in the Scriptures and the encouragement they provide we might have hope .” Hopeless situation teaches us – To put our hope in God . When we have lost our hope, and unable to solve our problems. The problem can be ‘’internal’’ or ‘’external’’. It can be physical or mental , whatever it might be – what God has said from the past, in the bible, that is for teaching us. That we might have our hope in Lord Jesus Christ, through the scripture. Example: King David was the person, who always puts his hope upon God; even in dreadful atmosphere.                                 Psalms 69: 9- 13 says’’ Losing Hope 9  for zeal for your house consumes me,      and the insults of those who insult you

बाइबिल क्विज प्रतियोगिता Round (1/4)

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26-4-2020 के बाइबिल क्विज में आप सभी ने भाग लिया और रिजल्ट भी बहुत अच्छा था।   ऊपर के लीडरबोर्ड में 5 टॉप प्रतियोगियों के नाम प्रेषित किये गए हैं।  याद रखिये अभी 3 राउंड और बाकि हैं, पॉइंट्स में कभी भी बढ़ोत्तरी हो सकती है।  बाइबिल पढ़ें और प्रतियोगिता जीतें।  प्रभु आपको और बढ़ाये :-)

आज का विषय

 उद्धार के लिए परमेश्वर की योजना 1 यूहन्ना 5:11-12 और वह साक्षी यह है: परमेश्वर ने हमें अनन्त जीवन दिया है और वह जीवन उसके पुत्र में प्राप्त होता है। वह जो उसके पुत्र को धारण करता है, उस जीवन को धारण करता है। किन्तु जिसके पास परमेश्वर का पुत्र नहीं है, उसके पास वह जीवन भी नहीं है। ये वचन हमें बताते हैं कि परमेश्वर ने हमें अनन्त जीवन दिया है और यह जीवन उसके पुत्र, यीशु मसीह में है। दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि अनन्त जीवन पाने का रास्ता यानि परमेश्वर के पुत्र को पाना है। अब प्रश्न ये है कि कैसे एक व्यक्ति परमेश्वर के पुत्र को पा सकता है? मनुष्य की समस्या परमेश्वर से अलगाव यशायाह 59:2 किन्तु तुम्हारे पाप तुम्हें तुम्हारे परमेश्वर से अलग करते हैं और इसीलिए वह तुम्हारी तरफ से कान बन्द कर लेता है। रोमियों 5:8 पर परमेश्वर ने हम पर अपना प्रेम दिखाया। जब कि हम तो पापी ही थे, किन्तु यीशु ने हमारे लिये प्राण त्यागे। रोमियों 5:8 के अनुसार, “अपने पुत्र की मृत्यु के द्वारा परमेश्वर ने अपने प्रेम को हमारे लिए प्रदर्शित किया।“ यीशु मसीह को हमारे लिए क्यों मरना पड़ा? क्यो

BYM Classroom में आपका स्वागत है।

आइये जानते है BYM Classroom के बारे में। BYM Classroom एक नयी पहल है, जो  बेर्शेबा युथ मिनिस्ट्री के मिनिस्टर  दीपक कश्यप एवं उनके साथी द्वारा बनाई गयी है। जैसे की आपने नाम पढ़ा युथ मिनिस्ट्री, ये हमारे मसीह जवानों के मध्य एक पहल है जिसके अंतर्गत हम उन्हें नए नए तरीको के द्वारा परमेशर के ओर करीब जाने के लिए उत्साहित करते तथा उन्हें गाइड करते हैं।                    आज के युग में युवाओ के पास कई ऐसे टेक्नोलॉजी तथा इंटरनेट के तत्व हैं जो उन्हें परमेश्वर से दूर करते हैं।  मसीह युवा भी आज  परमेश्वर के साथ समय बिताने के बजाय इंटरनेट और उसके तत्वों का इस्तेमाल करते हैं तथा बुरी संगति और बुरे काम में पड़ कर अपने जीवन को नरक की ओर  ले जा रहे हैं। BYM Classroom एक प्रयास है की हम उन भटके हुए मसीह युवाओं को उन्हें परमेश्वर के करीब वापस ला सकें। हम बाइबिल क्विज, वीडियो, ऑडियो के द्वारा  वचनों और परमेश्वर की बातो को मनोरंजन के जरिये उनसे जोड़ने का प्रयास कर रहें हैं, ताकि युवा उन बुरी चीजों की और से फिर कर परमेश्वर की ओर  बढ़ते चले जाएँ। हमारे इस प्रयास की सफलता के लिए हम आपसे निवेदन करते है